गणव में पिपल पानी में आग लगाए रानी तेरी जवानी - The Indic Lyrics Database

गणव में पिपल पानी में आग लगाए रानी तेरी जवानी

गीतकार - आनंद बख्शी | गायक - मोहम्मद रफ़ी | संगीत - लक्ष्मीकांत, प्यारेलाल | फ़िल्म - सूरज और चंदा | वर्ष - 1973

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गाँव में पीपल पीपल की छैंया
छैंया में पनघट पनघट में पानी
पानी में आग लगाए रानी तेरी जवानी
गाँव में पीपल ...निकली नहा के गोरी तालाब से कुछ ऐसे
सावन के बादलों से निकला हो चाँद जैसे -२
कानों में झुमके मुखड़े पे आँचल
आँखों में कजरा पाँव में पायल
पायल के गीत सुनाए ओ रानी तेरी जवानी
गाँव में पीपल ...ये रूप है या शोला ये रंग है के जादू
ये नैन हैं के झूले ये ज़ुल्फ़ है कि बादल हाय
तेरा क्या कहना देखे जो नैना
तो सारी रैना जागे ये नैना
नैनों से नींद चुराए ओ रानी तेरी जवानी
गाँव में पीपल ...