आजा रे अब मेरा दिल पुकारा - The Indic Lyrics Database

आजा रे अब मेरा दिल पुकारा

गीतकार - हसरत जयपुरी | गायक - लता - मुकेश | संगीत - शंकर जयकिशन | फ़िल्म - आह | वर्ष - 1953

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आजा रे अब मेरा दिल पुकारा
रो-रो के ग़म भी हारा
बदनाम न हो प्यार मेरा
मौत मेरी तरफ आने लगी
जान तेरी तरफ जाने लगी
बोल शाम-ए-जुदाई क्या करें
आस मिलने की तड़पाने लगी
घबराए हाय रे दिल
सपनों में आ के कभी मिल
अपने बीमार-ए-ग़म को देख ले
हो सके तो तू ग़म को देख ले
तूने देखा न होगा ये समां
कैसे जाता है दम वो देख ले