आजा पिया तोहे प्यार दूँ - The Indic Lyrics Database

आजा पिया तोहे प्यार दूँ

गीतकार - मजरूह सुल्तानपुरी | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - राहुल देव बर्मन | फ़िल्म - बहारों के सपने | वर्ष - 1967

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आजा पिया तोहे प्यार दूँ, गोरी बैयाँ तोपे वार दूँ
किसलिए तू इतना उदास, सुखें सुखें होंठ, अँखियों में प्यास
किसलिए, किसलिए ?
जल चूके हैं बदन कई, पिया इसी रात में
थके हुए इन हाथों को दे दे मेरे हाथ में
सुख मेरा ले ले, मैं दुःख तेरे ले लूँ
मैं भी जिऊँ, तू भी जिए
होने दे रे जो ये जुल्मी हैं पथ तेरे गाँव के
पलकों से चुन डालूंगी मैं, काँटे तेरे पाँव के
लट बिखराए, चुनरिया बिछाए
बैठी हूँ मैं तेरे लिए
अपनी तो जब अँखियों से बह चली धार सी
खिल पड़ी वही एक हँसी, पिया तेरे प्यार की
मैं जो नहीं हारी, सजन ज़रा सोचो
किसलिए, किसलिए ?