मुँह से मत लगा चीज़ है बुरी - The Indic Lyrics Database

मुँह से मत लगा चीज़ है बुरी

गीतकार - हसरत | गायक - रफ़ी, मन्ना दे | संगीत - ओपी नैय्यर | फ़िल्म - जॉनी वॉकर | वर्ष - 1957

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मुँह से मत लगा चीज़ है बुरी
देख बच ज़रा चीज़ है बुरी
छोड़ दे ये मैकशी
हमनशीं मेरे हमनशीं
बात मत बढ़ा छोड़ दिल्लगी
होश कर ज़रा छोड़ दिल्लगी
झूठ बोलता है तू ( मैने पी नहीं )
त रा रा रा रू
देगी यह दगा फूँक देगी घर
मुझसे ना सही पर ख़ुदा से डर
गुनहगार है जो पी ले आदमी
मुँह से मत लगा
अपनी राह ले मुझसे मत झगड़
तोड़ दूँगा दिल मुझसे मत अकड़
अरे खाली-पीली छेड़ भी है याद रख बुरी
बात मत बढ़ा
देख सामने हवलदार है
गर पकड़ लिया बेड़ा पार है
जेल में कटेगी फिर तो सारी ज़िन्दगी
मुँह से मत लगा
जानता हूँ मैं पहरेदार है
बचपने का ये अपना यार है
डरने वाला मैं नहीं आए कोई भी
बात मत बढ़ा