ओ काली घटा घिर आई रे - The Indic Lyrics Database

ओ काली घटा घिर आई रे

गीतकार - हसरत | गायक - लता, रफी | संगीत - शंकर-जयकिशन | फ़िल्म - काली घटा | वर्ष - 1951

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ओ काली घटा घिर आई रे
ओ बजने लगी शहनाई रे
ओ मधुर मिलन है सजना हो मधुर मिलन है
( दे रे न दे रे न दे रे
दे रे न दे रे न दे रे दे रे न )
ओ मधुर मिलन है सजना हो मधुर मिलन है
दूर दुनिया से देखो ये नाव चली
फिर से अपनी पुरानी मुहब्बत मिली
ओ मधुर मिलन है सजना हो मधुर मिलन है
भोले चन्दा ने हम पर लुटाई हँसी
ठण्डी लहरों की सरगम पे नाचे ख़ुशी
नाचे ख़ुशी
ओ मधुर मिलन है सजनि हो मधुर मिलन है
( दे रे न दे रे न दे रे
दे रे न दे रे न दे रे दे रे न )
ओ मधुर मिलन है सजना हो मधुर मिलन है
आज अरमाँ की गोदी में झूले ये मन
प्यार मेरा कहे मैं तुम्हारी दुल्हन
ओ मधुर मिलन है सजना हो मधुर मिलन है
ओ मधुर मिलन है सजना हो मधुर मिलन है