मुड़-मुड़ हमको देखता - The Indic Lyrics Database

मुड़-मुड़ हमको देखता

गीतकार - जान निसार अख्तर | गायक - किशोर, आशा | संगीत - ओपी नैय्यर | फ़िल्म - रागिनी | वर्ष - 1958

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मुड़-मुड़ हमको देखता
छुप-छुप नज़रें फेंकता
सैंया अनजाना
जब-जब मौसम झूमता
रह-रह के किसी को ढूँढता
दिल ये दीवाना
आ आ मुड़-मुड़ हमको
आँख तो सब कुछ कहती है
बात छुपी रहती है
पा के इशारा मौजों का
नाव हमेशा बहती है
( हौले रे हौले दिल मेरा डोले
तेरे सहारे जी )
जब-जब मौसम
दिल जो मेरा लहराता है
प्यार किसी का गाता है
डाल के आँखें आँखों में
हाय कोई मुस्काता है
( हमको बुलाएँ किसकी अदाएँ
किसके इशारे जी )
मुड़-मुड़ हमको