दुख और सुख के रास्ते बन हैं सब के वास्ते - The Indic Lyrics Database

दुख और सुख के रास्ते बन हैं सब के वास्ते

गीतकार - साहिर लुधियानवी | गायक - आशा भोंसले | संगीत - जयदेव | फ़िल्म - हम दोनो | वर्ष - 1961

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दुख और सुख के रास्ते, बने हैं सब के वास्ते
जो ग़म से हार जाओगे, तो किस तरह निभाओगे
खुशी मिले हमें के ग़म, खुशी मिले हमे के ग़म
जो होगा बाँट लेंगे हम
मुझे तुम आज़माओ तो
ज़रा नज़र मिलाओ तो, ज़रा नज़र मिलाओ तो
ये जिस्म दूर हैं मगर
दिलों में फ़ासला नहीं
जहाँ में ऐसा कौन है, कि जिसको ग़म मिला नहीं-२तुम्हारे प्यार की क़सम, तुम्हारा ग़म है मेरा ग़म
न यूँ बुझे बुझे रहो, जो दिल की बात है कहो
जो मुझ से भी छुपाओगे, जो मुझ से भी छुपाओगे
तो फिर किसे बताओगे
मैं कोइ गैर तो नहीं
दिलाऊँ किस तरह यक़ीं, दिलाऊँ किस तरह यक़ीं
कि तुम से मैं जुदा नहीं
मुझ से तुम जुदा नहींतुम से मैं जुदा नहीं, मुझ से तुम जुदा नहीं
तुम से मैं जुदा नहीं, मुझ से तुम जुदा नहीं ...