चाह बरबाद करेगी हमें मालूम न था - The Indic Lyrics Database

चाह बरबाद करेगी हमें मालूम न था

गीतकार - खुमार बाराबंकवी | गायक - सहगल | संगीत - नौशाद | फ़िल्म - शाहजहां | वर्ष - 1946

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चले जाना नहीं, नैना मिलाके

चले जाना नहीं, नैना मिलाके

हाय्! सैंय्या बेदर्दी, सैंय्या बेदर्दी

मेरी क़सम तुम्हे मेरे ही होके रहना

दिलों की बात किसी और से नहीं कहना

बैरी दुनिया से रखना छुपा के

हाय्! सैंय्या बेदर्दी, सैंय्या बेदर्दी

चले जाना नहीं

नन्हीं सी जान मेरी कहो न जलाओगे

छोड़ के मुझे कहीं चले तो न जाओगे

भूल जाना नहीं दिल में बसा के

हाय्! सैंय्या बेदर्दी, सैंय्या बेदर्दी

चले जाना नहीं