एक धरती है एक है गगन - The Indic Lyrics Database

एक धरती है एक है गगन

गीतकार - नीलकंठ तिवारी | गायक - मीना कपूर | संगीत - अविनाश व्यास | फ़िल्म - अधिकारी | वर्ष - 1954

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एक धरती है एक है गगन
एक मन मेरा एक है लगन, ओ सजनजितने अम्बर में हैं तारे
साजन मेरे संग जितने न्यारे
आ आ मेरे नैनों में उतने खिले सपन, ओ सजन
एक धरती है एक है गगन
एक मन मेरा एक है लगन, ओ सजनओ ओ चन्दा तोरी मैं हूँ चकोरी
जनम जनम का नाता
प्यार हमारा रोज़ गगन में
तारों के दीप जलाता
आ आ इन तारों में चमके मन की अगन, ओ सजन
एक धरती है एक है गगन
एक मन मेरा एक है लगन, ओ सजनचाहे टोओटे जीवन बीन
चाहे टोओटे तार पिया
लेकिन कभी न टोओटे मन की
मधुर मधुर झनकार पिया
ओ ओ पिया छोटे न अपना ये बन्धन, ओ सजन
एक धरती है एक है गगन
एक मन मेरा एक है लगन, ओ सजन