चाहे नैना चुराओ प्यार हो के रहेगा - The Indic Lyrics Database

चाहे नैना चुराओ प्यार हो के रहेगा

गीतकार - शैलेंद्र सिंह | गायक - लता मंगेशकर, तलत महमूद | संगीत - शंकर, जयकिशन | फ़िल्म - आस | वर्ष - 1953

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त : चाहे नैना चुराओ
चाहे दामन बचाओ
प्यार हो के रहेगा -२
ल : चाहे नैना चुराओ
चाहे दामन बचाओ
प्यार हो के रहेगा -२
दो : चाहे नैना चुराओत : अरे ये अनजाने रास्ते
ये नगरी अनजानी
ल : हो ये अनजाने रास्ते
ये नगरी अनजानी
त : अरे इस चक्कर से ना बचे
क्या ज्ञानी क्या ध्यानी
ल : हो इस चक्कर से ना बचे
क्या ज्ञानी क्या ध्यानी
त : तुम इन प्यार की गलियों से चाहे
बच-बच के जाओ
प्यार हो के रहेगा -२
दो : चाहे नैना चुराओत : अरे इस दुनिया की भीड़ में
आओगे अकेले
ल : हो इस दुनिया की भीड़ में
आओगे अकेले
त : अरे आते ही लग जायेंगे
अरमानों के मेले
त : हो आते ही लग जायेंगे
अरमानों के मेले
त : मन के राजमहल में चाहे
परदे गिराओ
प्यार हो के रहेगा -२
दो : चाहे नैना चुराओत : अरे कहने को तो प्यार पे
मरता है ज़माना
ल : हो कहने को तो प्यार पे
मरता है ज़माना
त : अरे लेकिन अपनी हार से
डरता है ज़माना
ल : हो लेकिन अपनी हार से
डरता है ज़माना
त : तुम ये प्यार का तराना चाहे
गाओ न गाओ
प्यार हो के रहेगा -२
दो : चाहे नैना चुराओ