आज ग़म कल ख़ुशी है यही ज़िन्दगी - The Indic Lyrics Database

आज ग़म कल ख़ुशी है यही ज़िन्दगी

गीतकार - खुमार बाराबंकवी | गायक - | संगीत - नशद | फ़िल्म - जवाब | वर्ष - 1950

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आज ग़म कल ख़ुशी है यही ज़िन्दगी सुन ले प्यारे
आदमी वो जो हिम्मत ना हारे-२

जो ना काँटों से दामन बचाए
फूल बन कर वही मुस्कराए
यूँ ही मर-मर के जी अश्क़ हँस-हँस के पी ग़म के मारे
आदमी वो जो हिम्मत ...

जिन गरीबों से दुनिया खफ़ा है
उनको भगवान का आसरा है
मुश्किलों से ना डर हो ना इस कदर बेसहारे
आदमी वो जो हिम्मत ...