ओ जिसका साथी है भगवान - The Indic Lyrics Database

ओ जिसका साथी है भगवान

गीतकार - एस पी कल्ला | गायक - रफी | संगीत - नारायण दत्त | फ़िल्म - आस्तिक | वर्ष - 1956

View in Roman

ओ जिसका साथी है भगवान
उसको क्या रोकेगा आँधी और तूफ़ान
गगन चूर हो जाए ज़मीं चाहे धरती में धंस जाए
तूफ़ानों की गोद में चाहे सारा जग खो जाए
पाँव न रुकने पाए
ओ जिसका साथी
जिसके शीश पे हाथ हज़ारों छू ना कोई पाएगा
हरि नाम से पर्वत तिनका बन जाएगा
धूल में मिल जाएगा
ओ जिसका साथी
भक्त-हरि का बन्धन तो ज्यों दीपक और बाती
उसी ज्योति से ये जलती है उसमें ही मिल जाती
देह अमर
ओ जिसका साथी