पाँव छू लेने दो फूलों को इनायत होगी - The Indic Lyrics Database

पाँव छू लेने दो फूलों को इनायत होगी

गीतकार - साहिर लुधियानवी | गायक - लता - रफी | संगीत - रोशन | फ़िल्म - ताज महल | वर्ष - 1963

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पाँव छू लेने दो फूलों को, इनायत होगी
वर्ना हमको नहीं, इनको भी शिकायत होगी
आप जो फूल बिछाएँ, उन्हें हम ठुकराएँ
हम को डर है कि ये तौहीन-ए-मोहब्बत होगी
दिल की बेचैन उमंगो पे करम फ़र्माओ
इतना रुक रुक के चलोगी तो क़यामत होगी
शर्म रोके है इधर, शौक उधर खींचे है
क्या खबर थी कभी इस दिल की ये हालत होगी
शर्म गैरों से हुआ करती है अपनों से नहीं
शर्म हम से भी करोगी तो मुसीबत होगी