मेंहदी वाले सबके हाथ मेंहदी कहती है यह हाल - The Indic Lyrics Database

मेंहदी वाले सबके हाथ मेंहदी कहती है यह हाल

गीतकार - आनंद बख्शी | गायक - अनुराधा पौडवाल | संगीत - अनु मलिक | फ़िल्म - फांसी के बाद | वर्ष - 1984

View in Roman

मेंहदी वाले सबके हाथ मेंहदी क्या कहती है
मेंहदी कहती है यह हाल बन्नो का लगा सोलहवां साल
हम सबका है यही खयाल तुझे अब रुखसत कर दें
मेंहदी कहती है ...खत लिखना हम सबके नाम रास्ता देखेंगे हर शाम
कब आए कोई पैगाम तुझे अब रुखसत कर दें
सब की तक़दीरें हाथ की लकीरें
इन लकीरों पे बनाए मेंहदी तस्वीरें
तेरे हाथों की तस्वीर तेरे ख्वाबों की ताबीर
जागे है तेरी तक़दीर तुझे अब रुखसत कर दें
मेंहदी कहती है ...मेंहदी की पहेली मैं ही नहीं अकेली
आज हैं मेरी तो कल तेरी बारी हो सहेली
हर लड़की का यह संजोग सबको लगता है यह रोग
काह्ते हैं ये लोग तुझे अब रुखसत कर देंबाबुल मजबूर है दुनिया का दस्तूर है
जान के अपनी जान जुदा करना किसे मंजूर है
तेरे सदके मैं क़ुर्बान अपने घर में तू मेहमान
अल्लाह तेरा निगहबान तुझे अब रुखसत कर दें
मेंहदी कहती है ...