मचाल मचल जाता है दिल सोच कल की बातें - The Indic Lyrics Database

मचाल मचल जाता है दिल सोच कल की बातें

गीतकार - गुलशन बावरा | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - आर डी बर्मन | फ़िल्म - राम तेरे कितने नाम | वर्ष - 1985

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(मचल मचल जाता है दिल) -२
सोच कल की बातें
(मचल मचल जाता है दिल
सोच कल की बातें
अब तो अपने ही दिन होंगे होंगी अपनी रातें ओ रातें) -२
मचल मचल जाता है दिल(तू क्या जाने तेरे बिन वो दिन कैसे बीते) -२
एक तेरी आस थी वर्ना हम नहीं जीते
(मैं हूँ रानी तु है राजा) -२
तारों की बारातें
अब तो अपने ...(कहीं अपना छोटा सा घर होगा प्यारा प्यारा) -२
बाँट लेंगे हम जीवन का दुख सुख सारा
(होंगी अपने आँगन में फिर) -२
प्यार की सौगातें
अब तो अपने ...(एक पल जुदा ना हों हम मिल जाएँ ऐसे) -२
दो लहरें एक दूजे से मिल जाएँ जैसे
(रह रह के याद आएँगी) -२
पहली मुलाक़ातें
अब तो अपने ...