पंथी हूँ उस पथका, अंत नहीं जिसका - The Indic Lyrics Database

पंथी हूँ उस पथका, अंत नहीं जिसका

गीतकार - इर्शाद | गायक - किशोर कुमार | संगीत - किशोर कुमार | फ़िल्म - दूर का राही | वर्ष - 1971

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पंथी हूँ उस पथका, अंत नहीं जिसका
आस मेरी है जिसकी दिशा, आधार मेरे मनका
जिस पथपर देखे कितने सुख दुःख के मेले
फूल चुने कभी खुशियों के, कभी काँटों से खेले
जाने कब तक चलना है मुझे इस जीवन के साथ
संगी साथी मेरे अंधियारे उजियारे
मुझको राह दिखाए पलछिन के फुलहारे
पथिक मेरे पथ के सब तारें और नीला आकाश