मोरी अटरिया पे कागा बोले मोरा जिया डोले - The Indic Lyrics Database

मोरी अटरिया पे कागा बोले मोरा जिया डोले

गीतकार - राजा मेहदी अली खान | गायक - मीना कपूर | संगीत - मदन मोहन | फ़िल्म - आँखे | वर्ष - 1950

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( मोरी अटरिया पे कागा बोले
मोरा जिया डोले
कोई आ रहा है )
( मोरे मन में उठी है उमंग रे
ओ मोरा फड़के है बाँया अंग रे )
मोरे मन की मुरलिया पे हौले-हौले
सुर खोले-खोले
कोई गा रहा है
मोरी अटरिया पे कागा बोले
मोरा जिया डोले
कोई आ रहा है
आज बगिया में आई बहार रे
ओ मेरे जीवन में सोलह सिंगार रे
हो मेरे जीवन में सोलह सिंगार रे
मोरे कान में गुन-गुन बोले-बोले
रस घोले-घोले
कोई गा रहा है
मोरी अटरिया पे कागा बोले
मोरा जिया डोले
कोई आ रहा है
( मोरे माथे पे कुमकुम की बिन्दिया
आज लूँगी न पल भर मैं निंदिया )
घर में ठण्दी हवा मस्त डोले
घूँघट पट खोले
जिया लहरा रहा है
मोरी अटरिया पे कागा बोले
मोरा जिया डोले
कोई आ रहा है