चोट दिल पे लगी प्यार होने लगा - The Indic Lyrics Database

चोट दिल पे लगी प्यार होने लगा

गीतकार - समीर | गायक - कुमार शानू, अलीशा चिनॉय | संगीत - अनु मलिक | फ़िल्म - इश्क विश्क | वर्ष - 2003

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कु : हे हे हे हे हे
अ : ल ल ल ल ल ल आ आ आ आ
चोट दिल पे लगी प्यार होने लगा -२
वो अजनबी मेरे दिल को भला-भला सा लगा -२
कु : हम दीवानों की तो अब यही है दुआ -२
सारी उमर चाहतों का चलता रहे सिलसिला -२अ : जब हुआ सामना हम दिल दे बैठें
इश्क़ की बेख़ुदी हम तो ले बैठें
हाँ जब हुआ सामना ... हम तो ले बैठें
कु : पलकों के पीछे से तूने क्या कह डाला
दीवाना मैं बना
अ : वो मेरा मस्ताना आशिक़ कुछ मनचला सा लगा
कु : सारी उमर चाहतों का चलता रहे सिलसिला
अ :चोट दिल पे लगी प्यार होने लगा
वो अजनबी मेरे दिल को भला-भला सा लगा
कु : सारी उमर चाहतों का चलता रहे सिलसिलाअ : नींद में ख़्वाब में चुपके से आता है
हर घड़ी वो मेरा चैन चुराता है
हूँ नींद में ख़्वाब में ... चैन चुराता है
कु : बाँहों के घेरे में अब मुझको रहने दे
छुने दे लब ज़रा
अ : ये बेक़ररी का मौसम धुआँ-धुआँ सा लगा
कु : हाँ सारी उमर चाहतों का चलता रहे सिलसिला
अ :चोट दिल पे लगी प्यार होने लगा -२
वो अजनबी मेरे दिल को भला-भला सा लगा
कु : हाँ सारी उमर चाहतों का चलता रहे सिलसिला