उमंगों पर जवानी छा गई अब तो चले आवो - The Indic Lyrics Database

उमंगों पर जवानी छा गई अब तो चले आवो

गीतकार - राजिंदर कृष्ण | गायक - सुरैया | संगीत - हुस्नलाल-भगतराम | फ़िल्म - अमर कहानी | वर्ष - 1949

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उमंगों पर जवानी छा गई अब तो चले आवो चले आवो
चले आवो चले आवो
तुम्हारी याद फिर तड़पा गई अब तो चले आवो चले आवो
चले आवो चले आवो
उमंगों पर जवानी छा गई अब तो चले आवो चले आवो
चले आवो चले आवोकहीं डाली से डाली मुँह मिला कर गीत गाती है
बहार आई कली भी फूल बन कर मुस्कुराती है
बहार आ के मुझे तड़पा गई अब तो चले आवो चले आवो
चले आवो चले आवो
उमंगों पर जवानी छा गई अब तो चले आवो चले आवो
चले आवो चले आवोहसीं हो जायें ये दिन और जवाँ हो जायें ये रातें
तुम आवो तो इशारों ही इशारों में करें बातें
लबों पर बात दिल की आ गई अब तो चले आवो चले आवो
चले आवो चले आवो
उमंगों पर जवानी छा गई अब तो चले आवो चले आवो
चले आवो चले आवो
तुम्हारी याद फिर तड़पा गई अब तो चले आवो चले आवो
चले आवो चले आवो