अपानों से शिकायत है ना गैरों से गिला हैं - The Indic Lyrics Database

अपानों से शिकायत है ना गैरों से गिला हैं

गीतकार - | गायक - ज़ीनत बेगम | संगीत - विनोद | फ़िल्म - पराये बस में | वर्ष - 1946

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अपनों से शिक़ायत है ना ग़ैरों से गिला है -२
जो कुछ मेरी तक़्दीर में -२
लिखा था मिला है
अपनों से शिकायत है ना ग़ैरों से गिला हैकेहते हैं ये आँखों में तडपते हुए आँसू -२
ये उम्र क रोना तेरे हँसने की सज़ा है -२क्यूं दर्द सा उठता है -२
उमंगों भरे दिल में -२
क्यूं दर्द के तूफ़ान में दिल डूब रहा है -२अपनों से शिकायत है ना ग़ैरों से गिला है
जो कुछ मेरी तक़्दीर में -२
लिखा था मिला है