जाऊँ मैं कहाँ - The Indic Lyrics Database

जाऊँ मैं कहाँ

गीतकार - राजिंदर कृष्ण | गायक - लता, मन्ना दे | संगीत - एस डी बर्मन | फ़िल्म - मिस इंडिया | वर्ष - 1957

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जाऊँ मैं कहाँ
हाय जाऊँ मैं कहाँ, ये ज़मीन ये जहाँ छोड़ के
राह में मुझे चल दिया कारवाँ छोड़ के
जाऊँ मैं कहाँ, ये ज़मीन ये जहाँ छोड़ के
राह में मुझे चल दिया कारवाँ छोड़ के
जाऊँ मैं कहाँ
मन्ना: ये भीगी भीगी रातें, ये घुमड़ घुमड़ बरसातें
ऐसे में दिल से कर ले दो चार नज़र की बातें
बाहों में आके सो जा सो जा सो जा
जाऊँ मैं कहाँ, ये ज़मीन ये जहाँ छोड़ के
राह में मुझे चल दिया कारवाँ छोड़ के
जाऊँ मैं कहाँ
रात गुज़रती जाये, आस नज़र ना आये
रो ना सकूँ, अब रोते रोते आँसू भी शर्माये
हो, जाऊँ मैं कहाँ, ये ज़मीन ये जहाँ छोड़ के
राह में मुझे चल दिया कारवाँ छोड़ के
जाऊँ मैं कहाँ
मन्ना: ये भीगी भीगी रातें, ये घुमड़ घुमड़ बरसातें
ऐसे में दिल से कर ले दो चार नज़र की बातें
ये भीगी भीगी रातें, ये घुमड़ घुमड़ बरसातें
ऐसे में दिल से कर ले दो चार नज़र की बातें
बाहों में आके सो जा सो जा सो जा
जाऊँ मैं कहाँ, ये ज़मीन ये जहाँ छोड़ के
राह में मुझे चल दिया कारवाँ छोड़ के
जाऊँ मैं कहाँ
दर्द भरी तन्हाई याद तेरी फिर लाई
छेड़ रही है भूले फ़साने दूर कहीं शेहनाई
हो, जाऊँ मैं कहाँ, ये ज़मीन ये जहाँ छोड़ के
राह में मुझे चल दिया कारवाँ छोड़ के
जाऊँ मैं कहाँ, हाय, जाऊँ मैं कहाँ