मैं पंछी आज़ाद मेरा कहीं दुउर ठिकाना रे - The Indic Lyrics Database

मैं पंछी आज़ाद मेरा कहीं दुउर ठिकाना रे

गीतकार - स्वामी रामानंदी | गायक - के एल सहगल | संगीत - लाल मोहम्मद | फ़िल्म - तदबीर | वर्ष - 1945

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मैं पन्छी आज़ाद -२
मेरा कहीं दूर ठिकाना रे
मैं पन्छी आज़ाद
मेरा कहीं दूर ठिकाना रेउस दुनिया के बाग़ में मेरा -२
आना-जाना रेजीवन के परभात में आऊँ -२
साँझ ढले
साँझ ढले तो मैं उड़ जाऊँ -२
बन्धन में कोई मुझको बाँधे -२
वो दुआ ना दे -२मैं पन्छी आज़ाद -२
मेरा कहीं दूर ठिकाना रेदिल में किसी याद आये
आँखों में मस्ती लहराये -२
जनम-जनम का मेरा किसी से -२
प्यार पुराना रे -२मैं पन्छी आज़ाद -२
मेरा कहीं दूर ठिकाना रे
उस दुनिया के बाग़ में मेरा -२
आना-जाना रे