जब दिल मिलें तब गुल खिलें - The Indic Lyrics Database

जब दिल मिलें तब गुल खिलें

गीतकार - आनंद बख्शी | गायक - सुखविंदर सिंह, उदित नारायण, सुनिधि चौहान | संगीत - अनु मलिक | फ़िल्म - यादें | वर्ष - 2001

View in Roman

जब दिल मिले मिले मिले दिल मिले
तब गुल खिले खिले खिले गुल खिले
जब दिल मिलें तब गुल खिलें
जब गुल खिलें तब दिल मिलें
मिलें मिलें मिलें दिल मिलें
खिलें खिलें खिलें खिलें गुल खिलेंहो हो इस इश्क़ में ऐसी आग लगे हो
इस इश्क़ में ऐसी आग लगे
दिल दरिया में तूफ़ान उठें
धरती डोले आकाश हिले हो
ये इश्क़ कयामत भी है जी
ये इश्क़ इबादत भी है जी
कोई तौबा करे कोई सजदा करे
ओ जब दिल मिले मिले मिले ...जबसे तू है इस दिल में इस दिल में
मेरी जान है मुश्किल में मुश्किल में
महफ़िल में है तन्हाई तन्हाई
तन्हाई है महफ़िल में महफ़िल में
हो
ये दुनिया अपनी प्रेम गली
आ गली में लग जा यर गले
हो जाएं सारे दूर गिले हो
जब दिल मिले मिले मिले ...जो कहो तुम कर जाएं कर जाएं
अब अभी यहीं मर जाएं मर जाएं
इक दूजे का दिल मीठी सी प्यारी सी
यादों से हम भर जाएं भर जाएं
हो
ये इश्क़ हमारा कैसा हो
ये इश्क़ हमारा ऐसा हो
के सारी दुनिया याद करे
जब दिल मिले मिले मिले ...