राजाबेटी केकराला गुन्थालुउ तुउ रचिराची - The Indic Lyrics Database

राजाबेटी केकराला गुन्थालुउ तुउ रचिराची

गीतकार - पं नटवारी | गायक - असित बरन, महिला स्वर (इंद्राणी रॉय?) | संगीत - आर सी बोराल | फ़िल्म - सौगंध | वर्ष - 1942

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a = asit baran, m = mahila
अ : राजाबेटी, केकराला गूंथलू तू रचिरचि
चुनचुन फूलन के हार
म : ईहां आओ चुपकेसे कानमें बताऊं तोहे
बोलूं ना मैं बतियां पुकार
राजाबेटा, केकरतू सपना देखल नित
जागे-अधजागे हरबारअ : ईहां आओ रसे-रसे गीतमें सुनाऊं तोहे
बोलूं ना मैं बतियां पुकार
म : ऊं हूं, राजाबेटी नहीं जायेगी किसीके
ठौर, हंसे लागी गांवके गंवार
अ : ऊं हूं, हाथकंगन न गले मोतीमाल सोहै,
झूठे राजबेटीके गोहार
म : फूलनके हार पर हार हार जायें लाखों
रतन ओ मोती बलिहार
अ : कौने मोल देऊ सखी हियराके हरबातूं
म : मनवां जे चाहे हमार
अ : मनवांका चाहे तोर
म : मनमें जो नाचे मोर
अ : आव कहूं कानमें तोहार
म : ऊं हूं तुम दूरसे ही गीतमें सुनाओ हमें
नाही अब होगी तक़रार