छेड़ गयो मोहे सपने में श्याम - The Indic Lyrics Database

छेड़ गयो मोहे सपने में श्याम

गीतकार - राजिंदर कृष्ण | गायक - लता | संगीत - सी रामचंद्र | फ़िल्म - झांझर | वर्ष - 1953

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छेड़ गयो मोहे
सपने में श्याम
ओ ओ ओऽऽऽऽऽऽऽऽऽऽ
निन्दिया खुली तो मैं अकेली थी राम

चोर सलोना आया, सपनों में चोरी चोरी
झूमे फिरे आके हाये
पकड़ी कलइया मोरी
दर दर पूछा मैं ने, चोर का नाम
- क्या बोला?
कहने लगा श्याम
ओ ओ ओऽऽऽऽऽऽऽऽऽऽ
निन्दिया खुली तो मैं अकेली थी राम

भूले से कह दी मैं ने, सपने की बतियाँ
सखियाँ उड़ाए मेरी
सुध दिन रतियाँ
घड़ी-घड़ी कहे कहाँ गयो तेरा श्याम
- अरे फिर
मैं तो हो गयी बदनाम
ओ ओ ओऽऽऽऽऽऽऽऽऽऽ
निन्दिया खुली तो मैं अकेली थी राम $