आ, खिलते हैं गुल, ओ, मेरे बुलबुल - The Indic Lyrics Database

आ, खिलते हैं गुल, ओ, मेरे बुलबुल

गीतकार - मजरूह | गायक - लता, कोरस | संगीत - एस डी बर्मन | फ़िल्म - सितारों से आगे | वर्ष - 1958

View in Roman

आ, खिलते हैं गुल, ओ, मेरे बुलबुल
रुत है जवाँ तू है कहाँ, दिलरुबा)-2
खिलते हैं गुल ओ मेरे बुलबुल
chorus: मिल जा गले कल ये मिलन की रुत ना ढले-2

रुत है जवाँ तू है कहाँ, दिलरुबा ...

(ओ वोही तेरी राहें वोही मेरी आहें
वोही मैं हूँ वोही दिल मेरा)-2
वोही तेरी बातें वोही मेरी रातें
वोही रंग-ए-महफ़िल मेरा
रहके जुदा दिल न दुखा आ भी जा
खिलते हैं गुल ओ मेरे बुलबुल
chorus: दिल ना जले पिया का खुद अपने दिल से भले-2

रुत है जवाँ तू है कहाँ, दिलरुबा ...

(हो राह तेरी तकता ग़म से सुलगता
चाँद बेचारा कहाँ गया)-2
तू ही नहीं आया ढल गया सारा
यहाँ का सारा वहाँ गया
रात ढली झूम चली फिर हवा
आ खिलते हैं गुल ओ मेरे बुलबुल
chorus: तुम ना मिले खड़ी-खड़ी जली पिया चंदा तले-2

रुत है जवाँ तू है कहाँ, दिलरुबा ...$