तुम मीत मेरे तुम प्राण मेरे - The Indic Lyrics Database

तुम मीत मेरे तुम प्राण मेरे

गीतकार - प्रेम धवन | गायक - सुरैया | संगीत - अनिल बिस्वास | फ़िल्म - जीत | वर्ष - 1949

View in Roman

तुम्हारे बुलाने को जी चाहता है, जी चाहता है

तुम्हारे बुलाने को जी चाहता है, जी चाहता है

मुक़द्दर बनाने को जी चाहता है, जी चाहता है

यह जी चाहता है के तुम्हारी भी सुन लूँ, तुम्हारी भी सुन लूँ

खुद अपनी सुनाने को, जी चाहता है, जी चाहता है

तुम्हारे बुलाने को

तुम्हारी मोहब्बत में, खोई हुई हूँ, खोई हुई हूँ

तुम्हें यह बताने को, जी चाहता है, जी चाहता है

तुम्हारे बुलाने को

जो तुम आओ, तो साथ खुशियाँ भी आएं, खुशियाँ भी आएं

ज़रा मुस्कुराने को, जी चाहता है, जी चाहता है

तुम्हारे बुलाने को