उम्मीदों का तारा क़िस्मत से - The Indic Lyrics Database

उम्मीदों का तारा क़िस्मत से

गीतकार - अंजुम पीलीभीति | गायक - सुरैया | संगीत - सज्जाद | फ़िल्म - | वर्ष - 1946

View in Roman

उम्मीदों का तारा
उम्मीदों का तारा क़िसमत से
कुछ देर चमक के टूट गया
टूट गया
घर-बार लुटा बरबाद हुये
सय्याद चमन को लूट गया
लूट गयाजब तुम ही नहीं तो दुनिया में
जीने की ख़ुशी भी कोई नहीं
कोई नहीं
अब आग लगे या बर्फ़ गिरे -२
अरमान भरा दिल टूट गया
टूट गया
उम्मीदों का ताराआराम उठाये थे जितने
ग़म उनसे भी ज्यादा हमको मिले
नाज़ुक था बहोत छाला दिल का -२
एक ठेस लगी और फूट गया
फूट गया
उम्मीदों का तारा