दो दिन की कुशी रास ना आई मेरे जी को - The Indic Lyrics Database

दो दिन की कुशी रास ना आई मेरे जी को

गीतकार - शकील बदायुँनी | गायक - शमशाद बेगम | संगीत - नौशाद | फ़िल्म - चांदनी रात | वर्ष - 1949

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दो दिन की ख़ुशी हाय दो दिन की ख़ुशी
दो दिन की ख़ुशी रास न आई मेरे जी को
दिल तोड़ दिया हाय दिल तोड़ दिया
दिल तोड़ दिया आग लगे ऐसी ख़ुशी को
दो दिन की ख़ुशी हाय दो दिन की ख़ुशीकहता है ये रो-रो के मेरा दर्द भरा दिल
दर्द भरा दिल
अपना न बनाये
अपना न बनाये कोई दुनिया में किसी को
दुनिया में किसी कोदिल तोड़ दिया हाय दिल तोड़ दिया
दिल तोड़ दिया आग लगे ऐसी ख़ुशी कोजो दिल पे गुज़रती है वो कहते नहीं बनती
कहते नहीं बनती
बैठे हैं छुपाये हुये
बैठे हैं छुपाये हुये हम दिल की लगी को
हम दिल की लगी कोदो दिन की ख़ुशी हाय दो दिन की ख़ुशी
दो दिन की ख़ुशी रास न आई मेरे जी कोथे और भी दुनिया में मुहब्बत के पुजारी
मुहब्बत के पुजारी
तक़दीर ने क्यूँ लूट लिया
तक़दीर ने क्यूँ लूट लिया हाय मुझी को
हाय मुझी कोदिल तोड़ दिया हाय दिल तोड़ दिया
दिल तोड़ दिया आग लगे ऐसी ख़ुशी को