आधी रात को खनक गया मेरा कंगना - The Indic Lyrics Database

आधी रात को खनक गया मेरा कंगना

गीतकार - प्रेम धवन | गायक - लता - रफी | संगीत - चित्रगुप्त | फ़िल्म - तूफान में प्यार कहाँ | वर्ष - 1966

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आधी रात को खनक गया मेरा कंगना
कहीं आए ना हों सजना हमारे अंगना
जा के सजन से कारे कारे बदरा
ये तो कहो ज़रा मेरे लिए
प्यार के रंग मैं रंग ली है मैंने
कोरी चुनर पिया तेरे लिए
इस रंग पे चढ़ेगा अब कोई रंग ना
सुनके छनक हम तेरे कंगना की
बात है क्या पहचान गए
कौन पुकारे कैसे हैं इशारे
जानने वाले तो जान गए
तेरे सामने खड़े हैं गोरी तेरे सजना
चाहे कुछ भी हो टूटे तुम्हारा कंगना
देख रहीं हैं अँखियाँ जो मेरी
डरती हूँ मैं कहीं सपना न हो
तुझको है डर क्या डरते हैं वही
जिनका कोई भी तो अपना न हो
तेर सामने खड़े हैं गोरी तेरे सजना