तू ही तो मेरी दोस्त है - The Indic Lyrics Database

तू ही तो मेरी दोस्त है

गीतकार - गुलजार | गायक - बेन्नी दयाल - श्रेया घोषाल | संगीत - ए आर रहमान | फ़िल्म - युवराज | वर्ष - 2008

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आ जा मैं हवाओं पे बिठा के ले चलूँ तू ही तो मेरी दोस्त है
आ जा मैं खलाओं में उठा के ले चलूँ तू ही तो मेरी दोस्त है
आवाज़ का दरिया हूँ बहता हूँ मैं नीली रातों में
मैं जागता रहता हूँ नींद भरी झील सी आँखों में
आवाज़ हूँ मैं
रात में चांदनी कभी ऐसे गुनगुनाती है
सुन जरा लगता तुम से आवाज मिलाती है
मैं ख़यालों की महक हूँ गुनगुनाते साज़ पर
हो सके तो मिला ले आवाज को ले साज़ पर
कभी देखा है साहिल
जहाँ शाम उतरती है
कहते हैं समंदर से
एक परी गुज़रती है
वो रात की रानी है
सरगम पर चलती है
आजा मैं हवाओं पे बिठा के ले चलूँ, तू ही तो मेरा दोस्त है
आ जा मैं खलाओं में उठा के ले चलूँ, तू ही तो मेरा दोस्त है
आवाज़ का दरिया हूँ, बहती हूँ मैं नीली रातों में
मैं जागती रहती हूँ नींद भरी झील सी आँखों में
आवाज़ हूँ मैं