शिकवा कोई तुमसे ना है तुमपे कोई ज़ोर - The Indic Lyrics Database

शिकवा कोई तुमसे ना है तुमपे कोई ज़ोर

गीतकार - मजरूह सुल्तानपुरी | गायक - आशा भोंसले | संगीत - आर डी बर्मन | फ़िल्म - धन दौलत | वर्ष - 1980

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शिकवा कोई तुमसे ना है तुमपे कोई ज़ोर
तुमको अपना समझे हम, तुम निकले कोई औरलाये थे आँखों में हम भी क्या क्या सपने
छोटा स आँगन सजेगा प्यार से अपने
लेकिन ज़िंदगी का, नहीं सपने जैसा तौर..कहते हैं राही को लूटे है अँधियारा
लेकिन लुटा रोशनी में प्यार हमारा
सुन लो सुन सको तो, रोते अरमानों का शोर..