गीतकार - जावेद अख्तर | गायक - किशोर कुमार | संगीत - राहुल देव बर्मन | फ़िल्म - दुनिया | वर्ष - 1984
View in Romanतू चाँद नगर की शहज़ादी
मैं इस धरती का बंजारा
तू महलों में रहनेवाली
मैं गलियों-गलियों आवारा
मैं एक हवा का झोंका तू फूल है
इतना तुझको चाहूँ फज़ूल है
मैं आजा यहाँ और कल हूँ वहाँ
तुझे अपना गुलशन ही प्यारा
तेरा मेरा दो पल का साथ है
सच है ये सब किस्मत की बात है
हर दिल में यहाँ तू है मेहमां
मैं बेघर बेदर बेचारा
लब ना हिले तो आँखों से काम ले
जानेवाली मेरा सलाम ले
मेरे पिछले जनम के भले थे करम
तो मिल जाऊंगा दोबारा