टूटे हुए ख्वाबों ने हमको ये सिखाया है - The Indic Lyrics Database

टूटे हुए ख्वाबों ने हमको ये सिखाया है

गीतकार - शैलेंद्र | गायक - मोहम्मद रफ़ी | संगीत - सलील चौधरी | फ़िल्म - मधुमती | वर्ष - 1958

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टूटे हुए ख़्वाबों ने हमको ये सिखाया है
दिलने जिसे पाया था, आँखों ने गँवाया है
हम ढूँढते है उनको, जो मिल के नहीं मिलते
रूठे हैं ना जाने क्यों, मेहमां वो मेरे दिल के
क्या अपनी तमन्ना थी, क्या सामने आया है
लौट आई सदा मेरी टकराके सितारों से
उजड़ी हुई दुनिया के सुनसान किनारों से
पर अब ये तड़पना भी कुछ काम न आया है