तेरे द्वार खड़ा भगवान भगत भर दे रे झोली - The Indic Lyrics Database

तेरे द्वार खड़ा भगवान भगत भर दे रे झोली

गीतकार - प्रदीप | गायक - प्रदीप | संगीत - अविनाश व्यास | फ़िल्म - | वर्ष - 1955

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तेरे द्वार खड़ा भगवान हो
तेरे द्वार खड़ा भगवान भगत भर दे रे झोली -२
तेरा होगा बड़ा एहसान कि जुग-जुग तेरी रहेगी शान
भगत भर दे रे झोली
तेरे द्वार खड़ा भगवान भगत भर दे रे झोली
ओ भगत भर दे रे झोलीडोल उठी है सारी धरती देख रे, डोला गगन है सारा -२
भीख माँगने आया तेरे घर, जगत का पालनहारा रे
जगत का पालनहारा
मैं आज तेरा मेहमान, कर ले रे मुझसे ज़रा पहचानभगत भर दे रे झोली
तेरे द्वार खड़ा भगवान भगत भर दे रे झोली
ओ भगत भर दे रे झोलीआज लुटा दे रे सरबस अपना मान ले कहना मेरा -२
मिट जायेगा पल में तेरा जनम-जनम का फेरा रे
जनम-जनम का फेरा
तू छोड़ सकल अभिमान, अमर कर ले रे तू अपना दानभगत भर दे रे झोली
तेरे द्वार खड़ा भगवान भगत भर दे रे झोली
ओ भगत भर दे रे झोली