चलो घुंघट मन गजब तोरे नैना सीतम तोरे नैना - The Indic Lyrics Database

चलो घुंघट मन गजब तोरे नैना सीतम तोरे नैना

गीतकार - राम मूर्ति चतुर्वेदी | गायक - गीता दत्त, लता मंगेशकर, सहगान | संगीत - सी रामचंद्र | फ़िल्म - सिपहिया | वर्ष - 1949

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को : ( चलो घूँघट में गुइयाँ छुपा के
गजब तोरे नैना, सितम तोरे नैना ) -२
करें घायल ये मिल के मिला के
गजब तोरे नैना, सितम तोरे नैनाल : इन्हें तुझसे है प्यार, होऽ जाये तुझपे निसार -२
गी : डर लागे हमारे बहाने -२
करे न कहीं औरों पे वार
इन्हें राखो सखी समझा के
गजब तोरे नैना, सितम तोरे नैना
को : चलो घूँघट में गुइयाँ छुपा के
गजब तोरे नैना, सितम तोरे नैना
करें घायल ये मिल के मिला के
गजब तोरे नैना, सितम तोरे नैनागी : कहाँ सीखे ये चलना चलाना
कहो सच्ची न करना बहाना
कहाँ सीखे
कहाँ सीखे ये चलना चलाना
कहो सच्ची न करना बहाना
ल : मोहे छेड़ो न
मोहे छेड़ो न रो दूँगी
अच्छा न इतना सताना
गी : कहीं लागे किसी से शरमा के
गजब तोरे नैना, सितम तोरे नैना
को : चलो घूँघट में गुइयाँ छुपा के
गजब तोरे नैना, सितम तोरे नैना
करें घायल ये मिल के मिला के
गजब तोरे नैना, सितम तोरे नैना