शीश महल बनवाये कहो जी किसकी सच्ची शान - The Indic Lyrics Database

शीश महल बनवाये कहो जी किसकी सच्ची शान

गीतकार - राजिंदर कृष्ण | गायक - सहगान, सुरैया | संगीत - हंसराज बहल | फ़िल्म - शान | वर्ष - 1950

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सु : शीश महल बनवाये कोई ताजमहल बनवाये
लेकिन ताजमहल पर दुनिया आ कर फूल चड़ायेकहो जी किसकी सच्ची शान
को : मोहब्बत करने वाले की
सु : कहो जी किसकी झूठी शान
को : प्यार में डरने वाले की
सु : प्यार में डरने वाले की -२
कहो जी किसकी सच्ची शान
को : मोहब्बत करने वाले कीसु : कोई दौलत जहाँ की लूट कर आँसू बहाता है
लुटा कर कोई अपना आप भी मुस्कुराता है
कहो जी किसकी सच्ची शान
को : लुटा कर वाले की
सु : कहो जी किसकी झूठी शान
को : लूट कर वाले की
सु : लूट कर वाले की -२
कहो जी किसकी सच्ची शान
को : मोहब्बत करने वाले कीसु : किसी ने प्यार का वादा कर के किसी से आँख चुराई
किसी ने अपनी जान गँवा के प्यार की रीत निभाई
कहो जी किसकी सच्ची शान
को : प्यार में मरने वाले की
सु : कहो जी किसकी झूठी शान
को : मौत से डरने वाले की
सु : मौत से डरने वाले की -२
कहो जी किसकी सच्ची शान
को : मोहब्बत करने वाले की