तुम मन की पीड़ा क्या समझो - The Indic Lyrics Database

तुम मन की पीड़ा क्या समझो

गीतकार - प्रेम धवन | गायक - सुरैया | संगीत - अनिल बिस्वास | फ़िल्म - जीत | वर्ष - 1949

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तुम नहिं आते हो नहिं आओ
याद से कह दो वो भी न आए
भूलने वाले भूल गए जब
याद कूँ उनकी आ के सताए

लाखों ही अरमाँ आँखों में आए
पानी बना के मैने बहाए
और जो दिल में तड़पते रहे
वो कलेजे में दर्द बना के छिपाए
तुम नहिं आते ...

मस्त हवा अब आए न आए
काली घटा अब छाए न छाए
मेरी बला से याद में पी की
कोयल मल्हार गाए न गाए
तुम नहिं आते ...