मैं जागूँ सारी रैन, सजन तुम सो जाओ - The Indic Lyrics Database

मैं जागूँ सारी रैन, सजन तुम सो जाओ

गीतकार - साहिर लुधियानवी | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - सी. रामचंद्र | फ़िल्म - बहुरानी | वर्ष - 1963

View in Roman

मैं जागूँ सारी रैन, सजन तुम सो जाओ
गीतों में छुपा लूँ बैन, सजन तुम सो जाओ
साँझ ढ़ले से भोर भए तक
जाग के जब कटती हैं घड़ियाँ
मधुर मिलन की ओस में बसकर
खिलती हैं जब जीवन लड़ियाँ
आज नहीं वो रैन, सजन तुम सो जाओ
फ़ीकी पड़ गई चाँद की ज्योति
धुन्दले हो गए दीप गगन के
सो गईं सुन्दर सेज की कलियाँ
सो गए खिलते भाग दुल्हन के
खुल कर रो लें नैन
सजन तुम सो जाओ
जाग के सो गई तन की अग्नि
बढ़ कर थम गई मन की हलचल
अपना घूँघट आप उलटकर
खोल दी मैंने पाँव की छागल
अब है चैन ही चैन
सजन तुम सो जाओ