क़िसमत रुथे मेरी ज़िन्दगी में तुम क्यों आये - The Indic Lyrics Database

क़िसमत रुथे मेरी ज़िन्दगी में तुम क्यों आये

गीतकार - डी एन मधोकी | गायक - सुरैया | संगीत - सरदुल क्वात्र | फ़िल्म - गूंज | वर्ष - 1952

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क़िसमत रूठे बेशक़ रूठे
तुम रूठे मर जाउँगी
नाम तुम्हारा ले-ले साजन
गली-गली मैं गाउँगीमेरी ज़िन्दगी में तुम क्योँ आये -२
वो क्या जाने उल्फ़त क्या है -२
जो नेहा लगा के चला जाये
मेरी ज़िन्दगी में तुम क्योँ आये -२हाय बुरी दुखिया-दिल की
मेरा दर्द बढ़ावो ना बालम
मेरा सब्र पड़ा तुमसे जो कहीं
जल जाओगे तुम मर जायेंगे हम -२
दुखिया-दिल की वो हाय है -२
जो सारे ज़माने को सुलगाये
मेरी ज़िन्दगी में तुम क्योँ आये -२सौ दर्द दिये तुमने फिर भी
हम नाम तुम्हारा लेते हैं
ओ भूलने वाले बेक़दरे
जा तुझको दुआ ये देते हैं -२
हम याद कभी ना आयें तुझे -२
तू बीते दिनों को बिसर जाये
मेरी ज़िन्दगी में तुम क्योँ आये -२