दायि आंख बोले कभी बाई आंख बोले - The Indic Lyrics Database

दायि आंख बोले कभी बाई आंख बोले

गीतकार - गुलजार | गायक - देवकी पंडित | संगीत - आनंद, मिलिंद | फ़िल्म - दायरा - स्क्वायर सर्कल | वर्ष - 1996

View in Roman

दायी आँख बोले कभी बायी आँख बोले
कित्ती बार ये किवाड़े भिड़े कभी खोलेदेख देख राहें नैना थकने लगे हैं
पिय किस देस जा के बसने लगे हैं
दायि आँख रोये कभि, बायि आँख रोये ...एक आस डूबे मन की एक आस जागे
जागी-जागी सोये बिरहन सोयी-सोयी जागे
दायी ओर डोले कभी बायी ओर डोले ...