ओ आस्मान के बासी - The Indic Lyrics Database

ओ आस्मान के बासी

गीतकार - उद्धव कुमार | गायक - लता | संगीत - रोशन | फ़िल्म - आगोश | वर्ष - 1953

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ओ आस्मान के बासी
तुझपे पानी भरी बदरिया, सारी दुनिया प्यासी
ओ आस्मान के बासी
एक नज़र से देखनेवाले, क्यूं दो बाग़ लगाये
एक बिना माली के सूखा, एक सदा लहराये
एक ओर खुशियों क मेला, दूजी ओर उदासी
ओ आस्मान के बासी
मैने जो भी दीया जलाय, तूने उसे बुझाय
काले बादल की चादर में हंसता चांद छुपाया
देख न पाया लबों पे मेरे तू मुस्कान ज़रा सी
ओ आस्मान के बासी