More man kii nagariyaa basaii re - The Indic Lyrics Database

More man kii nagariyaa basaii re

गीतकार - ज्ञान दत्त | गायक - लीला चिटनिस, मुजुमदार | संगीत - ज्ञान दत्त | फ़िल्म - कंचन | वर्ष - 1941

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मोरे मन की नगरिया बसाई रे, माधो जीझोले खाती थी जीवन की नैया
बने मन के बसैया खिवैया
डगमगाती किनारे लगाई रेमाधो, माधो, जगत पुकारे
मैं कहूँ रे मेरा काला
जब जब पीड़ बने भगतों पे
पहूँचे बाँसरीवाला