बहारों को चमन याद आ गया हैं - The Indic Lyrics Database

बहारों को चमन याद आ गया हैं

गीतकार - रफत सुल्तान | गायक - गुलाम अली | संगीत - | फ़िल्म - मेहदी हसन और गुलाम अली (गैर फिल्म) | वर्ष - 1994

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बहारों को चमन याद आ गया है
मुझे वो गुलबदन याद आ गया हैलचकती शाख़ ने जब सर उठाया
किसी का बाँकपन याद आ गया हैतेरी सूरत को जब देखा है मैंने
उरूच-ए-फ़िक़्र-ओ-फ़न याद आ गया हैमेरी ख़ामोशी पे हँसने वालो
मुझे वो कम-सुखन याद आ गया हैमिले वो अजनबी बन कर तो 'रफ़त'
ज़माने का चलन याद आ गया है