ओ madam हे दो से हो गये एक हम - The Indic Lyrics Database

ओ madam हे दो से हो गये एक हम

गीतकार - राजिंदर कृष्ण | गायक - रफ़ी, शमशाद | संगीत - मदन मोहन | फ़िल्म - आशियाना: | वर्ष - 1952

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ओ madam
ओ ओ madam
ओ ओ ओ madam
हे
दो से हो गये एक हम
न फाँका न ग़म
ओ madam
ओ mister
अ आ आ mister
दिल का horn आज ख़ुशी से
बाजे पम-पम
ओ mister
पापा ख़ुश मामा ख़ुश
देख के अपनी जोड़ी
वो क्या जाने अपनी शादी
की मुद्दत है थोड़ी
कल की किसने देखी प्यारे
आज मनाते ग़म
ओ mister
ओ madam
ओ ओ madam
हे
दो से हो गये एक हम
न फाँका न ग़म
ओ madam
ओ mister
ओ ओ ओ mister
दिल का horn आज ख़ुशी से
बाजे पम-पम
ओ mister
( marriage की रात है
हो ओ ओ ओ
कितनी सुहानी )
ओ लेकिन मेरी बुलबुल
marriage है आनी-जानी
आनी-जानी जानी-आनी
यानी-यानी ग्यानी-धानी
लेकिन मेरी बुलबुल
marriage है आनी-जानी
कौन ये जाने कब पड़ जाये
ढाई watt kaa bulb
ओ madam
ओ ओ madam
ओ ओ ओ madam
हे
दो से हो गये एक हम
न फाँका न ग़म
ओ madam
ओ mister
ओ ओ ओ mister
दिल का horn आज ख़ुशी से
बाजे पम-पम
ओ mister
marriage तो है एक गूबारा
है marriage तो है एक गूबारा
कभी न फूले सारा
( मार-मार के फूँकें
थक जाये मियाँ बेचारा )
अरे अच्ची है वो बीवी
जिसका जल्दी निकले दम
क्यों madam
अबे जा mister
ओ madam
दो से हो गये एक हम
न फाँका न ग़म
ओ madam
ओ mister
ओ ओ ओ mister
दिल का horn आज ख़ुशी से
बाजे पम-पम
ओ mister
ओ madam
ओ mister
ओ ओ madam