जमाने भर में जो बदनाम बेवफा हि रहः - The Indic Lyrics Database

जमाने भर में जो बदनाम बेवफा हि रहः

गीतकार - नक्श लायलपुरी | गायक - आशा भोंसले | संगीत - खैय्याम | फ़िल्म - आशा और खय्याम (गैर-फिल्म) | वर्ष - 1997

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ज़माने भर में जो बदनाम बेवफ़ा ही रहा
मेरी निगाह में वो एक देवता ही रहाक़रीब आने की मिलने की बात कर लेते
नये नये वो बहाने तराशता ही रहान जाने कौन सी मंज़िल है ये मुहब्बत भी
वो दिल के पास था दिल उसको ढूँढता ही रहाहज़ार ज़ख़्म छुपा कर वो अपने सीने में
ख़ुशी के फूल ज़माने में बाँटता ही रहा