देखो आइ पहली मुहब्बत की रातो - The Indic Lyrics Database

देखो आइ पहली मुहब्बत की रातो

गीतकार - कमर जलालाबादी | गायक - सहगान, शमशाद बेगम | संगीत - एस डी बर्मन | फ़िल्म - शबनम | वर्ष - 1949

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देखो आई पहली मुहब्बत की रात
ओय देखो आई पहली मुहब्बत की रात

गोरी की आँखें नीची
होय नीची नीची
गोरी की आँखें नीची
हैं इसमें कोई बातदेखो आई पहली मुहब्बत की रात
ओ देखो आई पहली मुहब्बत की रातगिली-गिली -४
हम्बाला-डम्बाला हम्बा हम्बाला-डम्बाला
होय हम्बाला-डम्बाला हम्बा हम्बाला-डम्बाला
हो हो हो हो होय -२दो आँखों ने दो आँखों से कह दिया सलाम
होय दो आँखों ने दो आँखों से कह दिया सलाम
लोगों की नज़रें उधर हुईं लिया हाथ पिया ने थाम
लिया हाथ पिया ने थामहाय हाय बिचारी हाय -२छुप गई
छुप गई गोरी आँचल में
है इसमें कोई बात
आई पहली मुहब्बत की रातहो देखो आई पहली मुहब्बत की रात -२गिली-गिली -४
हम्बाला-डम्बाला हम्बा हम्बाला-डम्बाला
होय हम्बाला-डम्बाला हम्बा हम्बाला-डम्बाला
हो हो हो हो हो होयराजा का दिल छीन के ले गई एक नज़र शर्मीली
ओय राजा का दिल छीन के ले गई एक नज़र शर्मीली
राजा ने जब किया इशारा हो गई गोरी पीली
ओय हो गई गोरी पीलीहाय हाय बिचारी हाय -२उड़ गया
उड़ गया क्यूँ रंग गोरी
है इसमें कोई बात
आई पहली मुहब्बत की रातहो देखो आई पहली मुहब्बत की रात -२गिली-गिली -४
हम्बाला-डम्बाला हम्बा हम्बाला-डम्बाला
होय हम्बाला-डम्बाला हम्बा हम्बाला-डम्बाला
हो ओ ओ ओ ओगोरी उजाले से शरमाये चाँद की जोत बुझा दो
होय गोरी उजाले से शरमाये चाँद की जोत बुझा दो
बादल के काले आँचल में तारों को छुपा दो
होय तारों को छुपा दो
धरती और आकाश के सारे दीप बुझा दो( पहली मुहब्बत की रात
ओ दीप बुझा दो ) -६ओ दीप बुझा दो
दीप बुझा दो