यारों का यार झूठ नखरे हजार झूठ - The Indic Lyrics Database

यारों का यार झूठ नखरे हजार झूठ

गीतकार - मजरूह सुल्तानपुरी | गायक - मोहम्मद रफ़ी, आशा भोंसले | संगीत - चित्रगुप्त | फ़िल्म - काली टोपी लाल रुमाल | वर्ष - 1959

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र : यारों का यार लिए नखरे हज़ार लिए
जाती है गोरी बुलाओ रे कोई -२
आ : उलझे से बाल वाला लाल लाल रुमाल वाला -२
छेड़े है मोहे बचाओ रे कोई -२र : दे दूँगा जान मैं तो आज तेरी चाह में -२
देखो मैं लेट गया लेट गया राह में -२
आ : हाय ना कोई लाज ना शरम है निगाह में -२
रस्ते का पत्थर हटाओ रे कोई
र : यारों का यार लिए ...आ : बीच बाज़ार मेरे गले पड़ जाए है -२
छोरा बेकार में दीवाना बना जाए है -२
र : मजनूं का प्यार देखो लैला ठुकराए है -२
लैला को मजनूं बनाओ रे कोई
आ : उलझे से बाल वाला ...र : फिर एक बार गोरी देख ज़रा फिर के -२
नखरों की भीड़ में मैं रह गया घिर के -२
आ : ओय थोड़ी सी दूर चला रुक गया फिर से -२
छकड़े को मोटर बनाओ रे कोई
र : यारों का यार लिए ...