मैं गाऊँ तुम सो जाओ, सुख सपनों मे खो जाओ - The Indic Lyrics Database

मैं गाऊँ तुम सो जाओ, सुख सपनों मे खो जाओ

गीतकार - शैलेंद्र | गायक - मोहम्मद रफ़ी | संगीत - शंकर जयकिशन | फ़िल्म - ब्रम्हचारी | वर्ष - 1968

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मैं गाऊँ तुम सो जाओ, सुख सपनों मे खो जाओ
माना आज की रात है लंबी, माना दिन था भारी
पर जग बदला, बदलेगी एक दिन तक़दीर हमारी
उस दिन के ख़्वाब सजाओ
कल तुम जब आँखें खोलोगे, जब होगा उजियारा
खुशियों का संदेसा लेकर आयेगा समय हरकारा
मत आस के दीप बुझाओ

जी करता है जीते जी मैं यूँ ही गाता जाऊँ
गर्दिश में थके हारों का माथा सहलाता जाऊँ
फिर एक दिन तुम दोहराओ