छम छम छम रहें दोनों साथ हरदम - The Indic Lyrics Database

छम छम छम रहें दोनों साथ हरदम

गीतकार - हसरत जयपुरी | गायक - गीता दत्त, सहगान, आशा भोंसले | संगीत - खुर्शीद अनवर | फ़िल्म - नीलमपरि | वर्ष - 1952

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छम छम छम -६
छम छम छम छम
रहें दोनों साथ हरदम
न हो किसी बात का ग़म
छिड़े ऐसा राग, लगे मन में आग, गायें दिल के साज सरगम
रहें दोनों साथ हरदम
हम और तुम तुम और हम -२
छम छम छम -४जिस दिन से बिछड़ गये हम
मुहे रोज-रोज का ग़म
और तुम कहाँ, और हम कहाँ, मुझे यही सोच हरदम
जिस दिन से बिछड़ गये हम
हम और तुम तुम और हम -२
छम छम छम -४ये बहार फिर नहीं छायेंगी
ओ नहीं छायेंगी
ये नशीली रात नहीं आयेंगी
ओ नहीं आयेंगी
ये जवानियाँ भी टल जायेंगी
ओ टल जायेंगी
हो टल जायेंगी
तो बस आत रात, करें दिल की बात, ज़रा हँस ले गा ले बालम
रहें दोनों साथ हरदम
हम और तुम तुम और हम -२
छम छम छम -४मेरे सैयाँ मिल कही खो गये, अब क्या करूँ
किसी और ही के वो तो हो गये, अब क्या करूँ
मेरे भाग जाग कर सो गये, अब क्या करूँ
हाय क्या करूँ
मेरी सूनी रैन, नही आये चैन, मेरे बरसे नैन छमछम
जिस दिन से बिछड़ गये हम
हम और तुम तुम और हम -२
छम छम छम -८